बहुत गुरूर था छत होने का एक मंजिल और बन गया तो अब छत बन गया
मेहनत का परिणाम बता देती है मेहनत की प्रणाम कैसा मिलेगा वरना परिणाम तो बात ही देता है कि आप का मेहनत कैसा था
पहचान से मिला काम बहुत देर नहीं रहता लेकिन कम से मिली पहचान जीवन भर बनी रहती है
अगर आपको दिल लगाना ही है तो किताबों से लगाओ बेवफा भी निकली गी तो मुकद्दर बन कर
खाली पेट और खाली जेब इंसान को जो सीखते हैं वह कोई कॉलेज में नहीं सिखाया जाता
मिजाज में शक्ति मिजाज में कुछ शक्ति रखिए क्योंकि लोग पी जाते हैं अगर समुद्र खारा नहीं होता